वॉयस ऑफ ए टू जेड न्यूज:-बीते वर्ष पांच नवंबर को वायरल हुए ऑडियो में चकेरी निवासी कमलकांत से पूर्व में क्राइम ब्रांच में तैनात रहे सिपाही प्रबल प्रताप सिंह रुपयों के लेनदेन को लेकर बातचीत करते सुना गया था। सिपाही पर आरोप था कि उसने एटीएम हैकरों को ब्याज पर रकम दे रखी थी। एडीसीपी की जांच में सिपाही पर लगे आरोप सही पाए गए। उसे दोषी मानते हुए पुलिस कमिश्नरी ने सिपाही का तबादला रामपुर कर दिया गया।
कानपुर में एटीएम हैकर कमलकांत से फोन पर रुपयों के लेनदेन को लेकर वायरल हुए ऑडियो में सिपाही प्रबल प्रताप सिंह दोषी पाया गया है। एडीसीपी ईस्ट की जांच रिपोर्ट के आधार पर एडीजी स्थापना, लखनऊ ने उसे गैरजनपद स्थानांतरित कर दिया।
बीते वर्ष पांच नवंबर को वायरल हुए ऑडियो में चकेरी निवासी कमलकांत से पूर्व में क्राइम ब्रांच में तैनात रहे सिपाही प्रबल प्रताप सिंह रुपयों के लेनदेन को लेकर बातचीत करते सुना गया था। सिपाही पर आरोप था कि उसने एटीएम हैकरों को ब्याज पर रकम दे रखी थी।
हैकरों को संरक्षण भी देता था। पुलिस कमिश्नर ने प्रकरण की जांच एडीसीपी ईस्ट मनीष सोनकर को सौंपी थी। एडीसीपी की जांच में सिपाही पर लगे आरोप सही पाए गए। उसे दोषी मानते हुए पुलिस कमिश्नरी ने सिपाही का तबादला रामपुर कर दिया गया।